अपने भावपूर्ण गायन के लिए मशहूर गायक में वह युवा आकर्षण था जो अंत तक रोमांटिक दिलों को झकझोरने में सक्षम था। उन्होंने मलयालम, तमिल, कन्नड़, तेलुगु और हिंदी में 16,000 से ज़्यादा गाने गाए हैं
अपने भावपूर्ण गायन के लिए मशहूर और अपनी जादुई आवाज़ के लिए मशहूर पार्श्व गायक पी. जयचंद्रन का गुरुवार को त्रिशूर के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 81 वर्ष के थे। पिछले कुछ समय से उनका कैंसर का इलाज चल रहा था।
16,000 से ज़्यादा गाने गाकर जयचंद्रन ने कई पीढ़ियों को प्रभावित किया है। उनकी आवाज़ ने सीमाओं को पार कर मलयालम, तमिल, कन्नड़, तेलुगु और हिंदी में अपनी आवाज़ का लोहा मनवाया है। उम्र की चुनौतियों के बावजूद, उनकी आवाज़ में युवा आकर्षण था जो अंत तक रोमांटिक दिलों को झकझोरने में सक्षम था।